आज का किसान सिर्फ मेहनती ही नहीं, टेक्नोलॉजी से लैस भी हो गया है। 2025 में smart farming यानी ऐसी खेती जिसमें AgriTech (एग्रीटेक) और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) का बड़ा रोल है। इन तकनीकों ने खेती को ज्यादा स्मार्ट, सटीक और फायदेमंद बना दिया है। आइए जानते हैं कैसे ये नए ट्रेंड्स किसानों की जिंदगी आसान बना रहे हैं।
AgriTech: खेती में टेक्नोलॉजी का जादू
एग्रीटेक का मतलब है – खेती में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल। अब किसान ड्रोन से कीटनाशक छिड़कते हैं, मोबाइल ऐप से मौसम का हाल देखते हैं, और ऑनलाइन मंडियों में फसल बेचते हैं। इससे उन्हें मिलती है कम लागत में ज्यादा मुनाफा। एग्रीटेक स्टार्टअप्स भी किसानों को ट्रेनिंग और स्मार्ट टूल्स दे रहे हैं।
IoT: खेत खुद बताएगा क्या चाहिए
IoT तकनीक में खेतों में ऐसे डिवाइसेस लगाए जाते हैं जो मिट्टी की नमी, तापमान और पोषण स्तर की जानकारी रियल टाइम में किसान को भेजते हैं। इससे किसान जान पाता है कि कब और कितना पानी देना है, या कब खाद डालनी है। इससे बचती है पानी और संसाधनों की बर्बादी।
स्मार्ट सेंसर और डेटा – निर्णय अब अंधेरे में नहीं
अब किसान डेटा के आधार पर फैसले लेते हैं। स्मार्ट सेंसर से मिलती है सही जानकारी और मोबाइल ऐप्स में मिलती है उसका एनालिसिस। इसका मतलब – बीमारी की जल्दी पहचान, सटीक सिंचाई, और समय पर फसल सुरक्षा।
ड्रोन, GPS और AI – खेती का फ्यूचर आ चुका है
2025 में कई किसान अब ड्रोन से फसल की निगरानी करते हैं, GPS ट्रैकिंग से ट्रैक्टर चलाते हैं, और AI की मदद से कीट पहचान करते हैं। ये सब तकनीकें अब सस्ती हो रही हैं और गांवों तक पहुंच रही हैं|