Water Conservation Schemes
2025 में खेती करना सिर्फ मेहनत का ही नहीं, स्मार्ट फैसलों का भी खेल है। और जब बात पानी की हो, तो किसानों के लिए Water Conservation Schemes किसी वरदान से कम नहीं। लगातार गिरते भूजल स्तर और बदलते मौसम के बीच, अब समय है कि हर किसान इन योजनाओं की सही जानकारी लेकर उनका पूरा लाभ उठाए।
2025 में Water Conservation Schemes क्यों ज़रूरी हो गया है?
आज खेती की सबसे बड़ी चुनौती है – पानी की कमी। ज्यादा सिंचाई, बिन मौसम बारिश और पुराने सिंचाई तरीकों से भूजल स्तर नीचे जा रहा है। ऐसे में जल संरक्षण अब विकल्प नहीं, आवश्यकता बन गया है। सरकार भी इस बात को समझ रही है और 2025 में कई नई और अपडेटेड योजनाएं लाई गई हैं।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) – किसान की सबसे बड़ी ताकत
PMKSY 2025 का मकसद है – “हर खेत को पानी”। इस योजना में ड्रिप इरिगेशन, स्प्रिंकलर सिस्टम और वाटर हार्वेस्टिंग जैसी तकनीकों पर सब्सिडी दी जाती है। यह योजना किसानों को कम पानी में ज्यादा उत्पादन करना सिखा रही है।
पर ड्रॉप, मोर क्रॉप: कम पानी में ज्यादा फसल
सरकार की ये स्कीम किसानों को माइक्रो इरिगेशन अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसके तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम लगाने पर 50% से 80% तक की सब्सिडी मिलती है। इससे पानी की बचत तो होती ही है, साथ ही फसलों की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।
जल शक्ति अभियान – गांव-गांव में जल क्रांति
यह अभियान 2025 में और भी मजबूत हुआ है। इसमें गांवों में तालाबों की सफाई, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, और बोरवेल रीचार्ज जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। किसानों को इसके लिए ट्रेनिंग और फंडिंग भी दी जा रही है।
Water Conservation Schemes के लिए किसान क्या कर सकते हैं?
सरकारी योजनाओं के साथ-साथ किसान खुद भी छोटे कदम उठाकर बड़े बदलाव ला सकते हैं:
- खेत में मुलचिंग और लेवलिंग करना
- बारिश का पानी स्टोर करना
- जैविक खेती अपनाना ताकि कम पानी में खेती हो सके
योजनाओं का लाभ कैसे उठाएं?
- अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें
- CSC (Common Service Center) या ऑनलाइन पोर्टल से आवेदन करें
- आधार कार्ड, जमीन के कागज, बैंक पासबुक जैसे जरूरी दस्तावेज तैयार रखें